कोई ऊष्मागतिक निकाय आरेख में दर्शाये गये अनुसार चक्रिय प्रक्रम $ABCDA$ पर चलता है। निकाय द्वारा इस चक्र में किया गया कार्य होगा
${P_0}{V_0}$
$\;2{P_0}{V_0}$
$\frac{{\;{P_0}{V_0}}}{2}$
zero
एक गैस मिश्रण में $2$ मोल ऑक्सीजन और $4$ मोल आर्गन तापमान $T$ पर है। कम्पन ऊर्जा को नगण्य मानने पर इस मिश्रण की कुल आंतरिक ऊर्जा है
चित्रानुसार एक लम्बी बेलनाकार नली जिसकी त्रिज्या $20 \,cm$ है | नली का ऊपरी सिरा बंद है | चित्र में दर्शाए अनुसार एक नगण्य द्रव्यमान का वायुरुद्ध पिस्टन नली में लगा हुआ है । एक $50 \,Kg$ द्रव्यमान के पिण्ड को पिस्टन से जोड़ा जाता है | नए साम्यावस्था में आने तक यह पिस्टन $\Delta l$ दूरी तक नीचे जाता है | वायु को आदर्श गैस मानते हुए , $\Delta l / L$ (चित्र को देखें) का मान लगभग क्या होगा ? मान लें कि $g =10 \,m / s ^2$ तथा वायुमंडलीय दवाब $10^5$ पासकल (Pascal) है ।
किसी आदर्श एक परमाणुक गैस को $PV$ चक्र $ABCDA$ से होकर गुजारा जाता है। चक्र में किया गया कार्य है
किसी गैस के रुद्धोष्म प्रसारण में प्रारम्भिक तापमान व अन्तिम तापमान क्रमश: $T_1$ व $T_2$ हैं, तो गैस की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन होता है
किस गैस में सर्वाधिक आंतरिक ऊर्जा होती है